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बचेंगे तो और लड़ेंगे, और लड़ेंगे तो जीतेंगे

जीवन के हर क्षण का महत्व: एक नई शुरुआत

कितनी ज़िंदगी बची है, इसका उत्तर मेरे पास नहीं है। मेरा डॉक्टर जो मेरे इलाज करते र्है, शायद वो भी इसे निश्चित रूप से नहीं जानता। उन्होंने जो दवाएं दी हैं, शायद वे दवाएं भी इस सवाल का जवाब न दे सकें। मेरे परिवार वाले और दोस्त मेरी लंबी उम्र की उम्मीद लगाए बैठे हैं, पर सच कहूं तो, मुझे खुद नहीं पता कि मेरे पास कितना समय बचा है। लेकिन एक बात मैं निश्चित रूप से जानता हूं – चाहे मैं कितने भी साल जिऊं, मैं उन्हें पूरे दिल से जिऊंगा।

वक्त की अहमियत

जीवन का हर क्षण अनमोल है। हम में से कोई नहीं जानता कि हमारे पास कितना वक्त बचा है, लेकिन जो वक्त हमारे पास है, उसका सही इस्तेमाल करना हमारे हाथ में है। इस वक्त को हम कैसे जीते हैं, यही सबसे महत्वपूर्ण है। ये सोचने का नहीं कि कितना वक्त बचा है, बल्कि ये सोचने का है कि बचे हुए वक्त में हम क्या कर सकते हैं।

लड़ते रहना ही असली जीत है

जीवन हमें हर रोज़ नई चुनौतियों के साथ परखता है। कभी-कभी हम इन चुनौतियों के सामने खुद को कमजोर महसूस करते हैं, लेकिन असली जीत वही है जो हार मानने से इनकार कर दे। हमें यह समझना होगा कि ज़िंदगी की असली खूबसूरती इस बात में है कि हम अपने हर क्षण को पूरी लगन और जोश के साथ जिएं। जब तक हम लड़ते रहेंगे, हम हारेंगे नहीं।

नई उम्मीदें और नई शुरुआत

हर नई सुबह के साथ हमें एक और मौका मिलता है, अपने सपनों को जीने का। चाहे जितनी भी कठिनाइयां हमारे सामने आएं, हमें उन्हें पार करने का प्रयास करते रहना चाहिए। जीवन में कुछ भी निश्चित नहीं है, पर यही अनिश्चितता हमें हर दिन एक नई उम्मीद के साथ जीने की प्रेरणा देती है।

समय का सदुपयोग

समय की कीमत हमें तब समझ में आती है जब हम उसे खो देते हैं। इसलिए, जितना भी समय हमारे पास है, उसे हमें बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने की कोशिश करनी चाहिए। चाहे हमारे पास एक दिन हो या सौ साल, हर क्षण का उपयोग हमें समझदारी से करना चाहिए।

आखिरी शब्द

जीवन की राह में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन हमें हार नहीं माननी चाहिए। चाहे जीवन कितना भी कठिन क्यों न हो, हमें हर पल को पूरी तरह से जीना चाहिए। जितना भी समय बचा है, उसे पूरी शिद्दत से जिएं, क्योंकि असली जीत इसी में है। मैं हमेशा कहता हूं ” बचेंगे तो और लड़ेंगे, और लड़ेंगे तो जीतेंगे.”

अस्पताल की बेडपर सूची हुई यह चंद लाइन

राम राम

S Pravin

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S Pravin

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